Pind Daan Pandit / Purohit in Gaya – Book Online for Shradh Karma

गया जी (बिहार) को भारत का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है जहाँ पिंड दान और श्राद्ध कर्म का विशेष महत्व है। पुराणों और वेदों में वर्णित है कि गया में पिंड दान करने से पितरों की आत्मा को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि हर साल हजारों श्रद्धालु देश-विदेश से गया पहुँचते हैं और अनुभवी पंडितों/पुरोहितों के साथ पिंड दान कराते हैं।
क्यों करें पिंड दान गया में?
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पितरों की आत्मा की तृप्ति और मोक्ष की प्राप्ति
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पितृ दोष एवं ग्रह दोष का निवारण
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परिवार में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन
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नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश और सकारात्मक ऊर्जा का संचार
गया में पिंड दान की विशेषता
गया का नाम पिंड दान के साथ विश्वभर में प्रसिद्ध है।
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फाल्गु नदी, अक्षयवट वृक्ष और विष्णुपाद मंदिर यहाँ के प्रमुख स्थल हैं।
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मान्यता है कि स्वयं भगवान विष्णु ने यहाँ पिंड दान की महिमा का वरदान दिया था।
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पिंड दान केवल श्राद्ध पक्ष में ही नहीं, बल्कि पूरे वर्ष किसी भी शुभ मुहूर्त में किया जा सकता है।
पिंड दान की विधि
Balaji Astrology के अनुभवी पंडित वेदिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपूर्ण विधि से पिंड दान कराते हैं:
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संकल्प और आचार्य आवाहन
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तिल, चावल और पुष्प से पिंड अर्पण
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तर्पण और जल अर्पण
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हवन और आशीर्वचन
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विष्णुपाद मंदिर में दर्शन
क्यों चुनें Balaji Astrology के पंडित?
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गया में अनुभवी और विद्वान वैदिक पंडित उपलब्ध
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संपूर्ण सामग्री और व्यवस्था की सुविधा
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सही मुहूर्त निर्धारण और मार्गदर्शन
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प्रोफेशनल, पारंपरिक और शुद्ध विधि से अनुष्ठान
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